
सुंदर पिचाई एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जो कि इस वक्त गूगल इंक कंपनी के चीफ एक्सिक्विटिव ऑफिसर के रुप में कार्य कर रहे. भारत में जन्मे पिचाई एक दशक से अधिक समय से इस कंपनी से जुड़े हुए हैं और इस कंपनी के साथ जुड़कर इन्होंने कई उपलब्धियां प्राप्त की हैं, साथ ही में इन्होंने इस कंपनी को अपना कई सारा योगदान भी दिया है.
सुंदर पिचाई की जीवन-
पूरा नाम | पिचाई सुंदरराजन |
नागरिकता | संयुक्त राज्य अमेरिका |
गृह नगर | भारत |
शिक्षा | भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालयपेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी |
धर्म | हिंदू |
भाषा का ज्ञान | हिंदी, अंग्रेजी |
पेशा | गगूल के सीईओ, कंप्यूटर इंजीनियर |
लंबाई | 5’11 |
वजन | 66 किलो |
राशि | कर्क |
कुल संपत्ति | US$1.2 अरब (83,73,00,00,000) |
सुंदर पिचाई के परिवार और जन्म के बारे में संक्षिप्त जानकारी
जन्मदिन | 12 जुलाई, 1972 |
जन्म स्थान | मदुरै, तमिलनाडु, भारत |
पिता का नाम | रघुनाथ पिचाई |
माता का नाम | लक्ष्मी पिचाई |
भाई का नाम | एक है, नाम की जानकारी नहीं |
पत्नी का नाम | अंजलि पिचाई |
बच्चों का नाम | किरण पिचाई और काव्या पिचाई |
सुंदर का जन्म तमिलनाडु के मदुरै शहर में हुआ था और इसी राज्य में इनका शुरुआती जीवन बीता हुआ है. इनके पिता एक विद्युत इंजीनियर हुआ करते थे और इनकी मां बतौर स्टेनोग्राफर के तौर पर कार्य किया करती थी. इन्होने अंजलि नाम की लड़की से विवाह किया था और इनके कुल दो बच्चे हैं.
सुंदर पिचाई की शिक्षा
- भारत का नाम विश्व में रोशन कर रहें इस भारतीय इंजीनियर ने अपनी 10 वीं कक्षा तक की पढ़ाई जवाहर विद्यालय से की हुई है, जबकि अपनी 12 वीं कक्षा की पढ़ाई इन्होंने वाना वानी स्कूल से हासिल कर रखी है.
- इन्होंने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग विषय में डिग्री भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर से प्राप्त की हुई है.
- अपनी डिग्री हासिल करने के बाद ये अमेरिका चले गए थे और यहां पर जाकर इन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में दाखिला ले लिया था और इस विश्वविद्यालय से भौतिक विज्ञान और इंजीनियरिंग के विषय में मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री प्राप्त की थी. इसके अलावा इन्होंने व्हार्टन स्कूल ऑफ पेंसिल्वेनिया से भी एमबीए की पढ़ाई कर रखी है.
सुंदर पिचाई की निजी जिंदगी से जुड़ी जानकारी-
- सुंदर पिचाई को नंबर काफी जल्दी से याद हो जाते हैं और इसलिए ये एक बार जो फोन नंबर डायल करते हैं, वो इन्हें एकदम से याद हो जाता है.
- इनकी काबिलियत को देखते हुए माइक्रोसॉफ्ट जैसी बहुराष्ट्रीय दिग्गज कंपनियों ने इन्हें नौकरी का प्रस्ताव दिए था,
- सुंदर पिचाई बेहद ही साधारण परिवार से नाता रखते थे और इनके बचपन के दिनों में इनके घर में ना ही टी.वी हुआ करता था और ना ही गाड़ी हुआ करती थी.
गूगल में करियर
सुन्दर पिचाई ने सन 2004 में गूगल ज्वाइन किया जहाँ उन्हें ‘उत्पाद प्रबंधन’ और ‘नईखोजों और नए विचारों’ से सम्बंधित कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी गयी। इसके तहत उन्होंने गूगलक्रोम, क्रोम ओ.एस. और गूगल ड्राइव जैसे उत्पादों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
19 नवम्बर 2009 में सुन्दर पिचाई क्रोम ओ.एस. का प्रदर्शन किया और उसके बाद क्रोमबुक को सन 2011 में जांच व् परिक्षण के लिए उतारागया। जांच और परिक्षण के बाद सन 2012 में इसे ग्राहकों के लिए उतारा गया। मई 2010 मेंपिचाई ने गूगल के नए विडियो कोडेक VP8 के ओपेन सोर्सिंग का एलान किया। गूगल के इसविडियो कोडेक ने एक नया विडियो फॉर्मेट WebM प्रस्तुत किया।
मार्च 2013 में एंड्राइड भी सुन्दर पिचाई के अंतर्गत आने वाले उत्पादों में शामिल होगया। इससे पहले एंड्राइड का कार्य और विकास एंडी रुबिन के प्रबंधन में हो रहा था। सन2014 में माइक्रोसॉफ्ट के अगले सी.इ.ओ. (मुख कार्यकारी अधिकारी) के तौर पर सुन्दरपिचाई का नाम ख़बरों में रहा।
सुंदरराजन पिचाई को गूगल का अगला सी.इ.ओ. (मुख कार्यकारी अधिकारी) बनाने केनिर्णय की जानकारी 10 अगस्त 2015 को दी गई। 24 अक्टूबर 2014 को गूगल के सह-संस्थापक लैरी पेज ने पिचाई को उत्पाद प्रमुख बनाने की घोषणा की थी।
सुंदर पिचाई का करियर
- गूगल का हिस्सा बनने से पहले सुंदर पिचाई मैकिंसे एंड कंपनी में कार्य किया करते थे और इन्होने कुछ सालों तक इस कंपनी में कार्य किया. इसके बाद इन्होंने गूगल कंपनी को ज्वाइन कर लिया था. जिस वक्त इन्होंने इस कंपनी को ज्वाइन किया था, उस वक्त ये इस कंपनी की एक छोटी सी टीम का हिस्सा हुआ करते थे, जो कि गूगल सर्च टूलबार पर कार्य किया करती थी.
- गूगल क्रोम, ब्राउजर को बनाने के पीछे इनकी अहम भूमिका रही थी और काफी कम समय में क्रोम दुनिया का नंबर 1 ब्राउजर बन गया था. जिसके बाद साल 2008 को इनको इस कंपनी के उत्पाद विकास विभाग का उपाध्यक्ष बना दिया गया था और साल 2012 में ये क्रोम और ऐप्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बन गए थे.
- इनके द्वारा किए गए कार्यों को देखते हुए इन्हे गूगल का सीईओ बना दिया गया था और इस कंपनी के सबसे महत्वपूर्ण उत्पादों को बनाने के पीछे इन्ही का ही हाथ है.
सुंदर पिचाई के साथ जुड़े विवाद
कर्मचारी को निकालने का विवाद
सुंदर पिचाई काफी साफ छवि वाले व्यक्ति हैं और इनके साथ किसी भी तरह का विवाद नहीं जुड़ा हुआ है. हालांकि साल 2018 में इन्होंने अपनी कंपनी से जेम्स डेमोर को उनके द्वारा लिखे गए एक मेमो के चलते बाहर निकाल दिया था. इस मेमो में जेम्स ने लिखा था कि गूगल कंपनी महिलाओं को कम मौका देती है और इस कंपनी में काफी कम संख्या में महिलाएं काम कर रही हैं. वहीं जेम्स को निकालने के बाद सुंदर पिचाई ने अपनी सफाई देते हुए कहा था, कि जेम्स को निकालने का निर्णय सही था.
सुंदर पिचाई की क्रिटिसिज़्म और बैकलैश
2018 दिसंबर में, यूनाइटेड स्टेट्स हाउस ज्यूडिशियरी कमिटी ने कई मामलों में Google से पूछताछ की. कमिटी का मानना था कि Google ने अपने प्लेटफार्म को पॉलिटिक्स के लिए गलत यूज़ किया था और अपने यूज़र्स के कॉन्फिडेंशियल और सेंसिटिव डेटा चुरा लिए थे. Google पर चाइना में सेंसर किया गया सर्च ऐप का प्लान बनाने का भी दोष लगा.
सुंदर पिचाई के जीवन से जुड़ी जानकारी
- साल 2011 में सुंदर पिचाई ने ट्विटर कंपनी को ज्वाइन करने का फैसला कर लिया था, लेकिन गूगल कंपनी ने इन्हें अधिक पैसे देकर ट्विटर कंपनी में जाने से रोक लिया था.
- सुंदर पिचाई और उनकी पत्नी एक साथ ही आईआईटी कॉलेज में पढ़ाई किया करते थे और इसी दौरान इन्होंने एक दूसरे को डेट करना शुरू कर दिया था.
- समय समय पर सुंदर पिचाई अपने कॉलेज, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर के छात्रों के साथ स्काइप के जरिए बात करते रहते हैं और इनके साथ अपने अनुभव को बांटते हैं.
सुंदर पिचाई का टेक्नोलॉजी से प्यार
जब सुंदर यंग थे, उन्हें अपनी मां की ब्लड टेस्ट रिपोर्ट लेने के लिए अक्सर हॉस्पिटल जाना पड़ता था. उन्हें वहाँ पहुंचने में बस से एक घंटा बीस मिनट लगता था. हॉस्पिटल पहुंचने के बाद, वह एक और घंटा लाइन में इंतजार करते थे. पिचाई ने पहली बार 12 साल की उम्र में टेलीफोन देखा था, जब उनके माता पिता ने एक रोटेटरी टेलीफोन खरीदा था. इसे खरीदने के बाद सुंदर इस फोन से हॉस्पिटल कॉल कर पाते थे.
दूसरी तरफ, Google लेंस को यूज कर एक कंप्यूटर, टेक्स्ट को ठीक वैसे ही देखता है जैसे एक इंसान देखता हैं. अगर आप अपने कैमरे को किसी रेस्ट्रॉ की तरफ मोड़ते हैं, तो यह आपको उस रेस्ट्रॉ की रिव्यु देगा. पिचाई का टारगेट हैं टेक्नोलॉजी को और ज़्यादा फैलाया जाए जिससे इसे हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में शामिल किया जा सके.
पिचाई अपनी कंपनी को ग्लोबल बनाने का इरादा रखते हैं. वह नहीं चाहते कि उनके प्रोडक्ट और सर्विस बस कुछ जगहों तक सीमित रहें. वह चाहते हैं कि पूरी दुनिया जाने कि टेक्नोलॉजी कितनी अच्छी और आसान हैं. वह चाहते हैं कि मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉइड को इतना सस्ता बनाया जाए कि यह 30 डॉलर के मोबाइल फोन का OS बन सके.
सुंदर पिचाई की कुल आय और इनकम
फरवरी 2016 में, इन्हें गूगल की होल्डिंग कंपनी अल्फाबेट के 273,328 शेयरों से सम्मानित किया गया, जिसके साथ ही इनकी कुल संपत्ति में काफी वृद्धि हो गई थी. वहीं 2016 में इन्होने गूगल कंपनी को अपनी सेवा देकर 1,280 करोड़ रुपए कमाए थे. जबकि साल 2015 में इन्हें जब उत्पाद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर पदोन्नत किया गया तो इन्हें मुआवजे (compensation) के रुपए में लगभग 600 करोड़ रुपए मिले थे.
गूगल कंपनी में सीईओ का पद हासिल करने के लिए इन्होंने कई सालों तक कड़ी मेहनत की है और साथ में ही नए नए सुझाव देकर इस कंपनी को नई बुलंदियां पर पहुंचाया है.